लेटेस्ट मॉनिटरी पॉलिसी में भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बड़ा फैसला लिया है। रिजर्व बैंक ने मोबाइल वॉलेट जैसे प्रीपेड सिस्टम से कैश निकालने और मर्चेंट पेमेंट करने की इजाजत दे दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने इन प्रीपेड सिस्टम को सेंट्रलाइज्ड पेमेंट सिस्टम आरटीजीएस (RTGS) और एनईएफटी (NEFT) का हिस्सा बनने की भी मंजूरी दे दी है। इन नए फैसलों से मोबाइल वॉलेट (Mobile Wallet) अब बैंकों की बराबरी पर आ गए हैं। हालांकि, प्रीपेड सिस्टम का ना तो खाता नंबर होता है, ना ही इनके ATM हैं। अब सवाल ये है मोबाइल वॉलेट द्वारा ATM से पैसे निकलेंगे या मर्चेंट को भुगतान कैसे होगा?
आइए जानते हैं…
मोबाइल वॉलेट से ATM के जरिए कैसे निकलेंगे पैसे?
एक्सपर्ट्स के अनुसार अब वॉलेट कंपनियां अपने ग्राहकों के लिए एक प्रीपेड कार्ड जारी कर सकेंगी। और इस प्रीपेड कार्ड का इस्तेमाल ATM Card की तरह ही करके ATM से पैसे निकाले जा सकेंगे। इसी कार्ड के जरिए मर्चेंट स्टोर पर स्वाइप कर के भुगतान हो सकेगा।
सभी प्रीपेड सिस्टम के लिए जरूरी हुई मनी ट्रांसफर की सुविधा-
अक्टूबर 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक ने मोबाइल वॉलेट्स की इंटरऑपरेबिलिटी को लेकर गाइडलाइंस जारी की थीं। इनके तहत वॉलेट्स को इस बात की इजाजत दी गई थी कि वह UPI के जरिए Rupay और VISA प्लेटफॉर्म पर पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दें। अभी तक यह वैकल्पिक था, जिसे कुछ ही मोबाइल वॉलेट ने अपनाया था। लेकिन लेटेस्ट मॉनिटरी पॉलिसी में भारतीय रिजर्व बैंक ने इसे सभी प्रीपेड सिस्टम्स के लिए अनिवार्य घोषित कर दिया है।
3 चरणों में होगा ये सब मुमकिन –
- RBI नोटिफिकेशन के अनुसार इंटरऑपरेबिलिटी 3 चरणों में होगी। पहले में सभी वॉलेट को UPI पर आना होगा।
- दूसरे चरण में वॉलेट्स को यूजर्स को UPI का इस्तेमाल कर के किसी बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देनी होगी।
- आखिरी चरण में प्रीपेड सिस्टम्स को कार्ड जारी करने की इजाजत होगी। पेटम जैसी कुछ कंपनियों ने तो कार्ड जारी भी करने शुरू कर दिए हैं। उनसे पास ये सुविधा पहले से ही उपलब्ध थी।
यह भी पढ़ें : Driving License New Rules, अब बिना RTO जाए बनेगा ड्राइविंग लइसेंस
राष्ट्रबंधु की नवीनतम अपडेट्स पाने के लिए हमारा Facebook पेज लाइक करें, WhatsApp व YouTube पर हमें सब्सक्राइब करें, और अपने पसंदीदा आर्टिकल्स को शेयर करना न भूलें।
CHECK OUT LATEST SHOPPING DEALS & OFFERS