अर्थ। भारत पर विदेशी कर्ज लगातार बढ़ रहा है। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार भारत पर विदेशी कर्ज एक साल में 8.2 फीसदी बढ़ चुका है। मार्च, 2022 के अंत में इन आंकड़ों को देखा जाए तो 2021 की तुलना में 8.2 फीसदी बढ़कर 620 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर चुका है।
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भारत पर विदेशी कर्ज में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। भारत के विदेशी कर्ज में 53.2 फीसदी हिस्सा अमेरिकी डॉलर का है, जबकि भारतीय रुपए के रूप में देय कर्ज 31.2 फीसदी है। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों में देखें तो मार्च, 2022 के अंत में इसका आकार 620.7 अरब डॉलर था, जबकि 2021 में 573.7 अरब डॉलर था। जीडीपी की तुलना में विदेशी कर्ज 19.9 फीसदी था।
वित्त मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार देश का दीर्घावधि कर्ज 499.1 अरब डॉलर का है, जबकि अल्पावधि कर्ज 121.7 अरब डॉलर है। वहीं सॉवरेन कर्ज 130.7 अरब डॉलर और गैर-सॉवरेन कर्ज 490.0 अरब डॉलर रहा है। जीडीपी की तुलना विदेशी कर्ज 19.9 प्रतिशत हो गया, जो पिछले साल 21.2 प्रतिशत था।
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