वॉशिंगटन। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद हैरान करने वाला या यूं कहें अजीबोगरीब बयान दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यक्रम में कहा है कि अमेरिका अपने फाइटर जेट में चीन का झंडा लगाकर रूस पर जाकर बम बरसा देना चाहिए। इससे पहले भी यूक्रेन युद्ध के लिए डोनाल्ड ट्रंप, मौजूदा अमेरिकी प्रशासन को ‘डरपोक’ बता चुके हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर बोले डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के शीर्ष दानदाताओं के कार्यक्रम में हैरान करने वाला बयान दिया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, ”अमेरिका को अपने एफ-22 लड़ाकू विमानों पर चीनी झंडा लगाना चाहिए और रूस को बम से उड़ा देना चाहिए। और फिर हम कहेंगे, कि ये काम चीन ने किया है”। डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि, ”हमारे ऐसा करने के बाद रूस और चीन आपस में लड़ेंगे और हम बैठकर देखेंगे”। डोनाल्ड ट्रंप के इतना बोलने के साथ ही कार्यक्रम में मौजूत तमाम लोग हंसने लगे और डोनाल्ड ट्रंप भी हंस रहे थे।
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अमेरिकी सीनेटर का विवादित बयान सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल
डोनाल्ड ट्रंप से पहले अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने लाइव टेलीविजन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या का आह्वान किया था। फॉक्स न्यूज पर एक लाइव कार्यक्रम के दौरान उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को लेकर विवादित बयान दिया था और उनके बयान को लेकर रूस ने अमेरिका से सफाई मांगी है। अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा कि, रूस में किसी को तो कदम बढ़ाना होगा और “इस आदमी को बाहर निकालना होगा”। सीनेटर ने दोहराते हुए कहा कि, केवल रूसी लोग ही इस मुद्दे को ठीक कर सकते हैं। वहीं, अमेरिकी सीनेटर का दिया गया विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
ट्रंप ने नाटो को बताया कागजी बाघ
जिस नाटो मामले को लेकर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है, उस नाटो को डोनाल्ड ट्रंप ने ‘कागजी बाघ’ बताया है और कहा है कि, ”आखिर किस प्वाइंट पर जाकर देश कहना शुरू करेंगे कि नहीं, अब हम मानवता के खिलाफ होने वाले अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम हम इसे नहीं होने देंगे। आगे बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, “हमें बाडेन को यह कहने से रोकना होगा और हमें ये बात सुननी होगी कि हम रूस पर हमला नहीं कर सकते, क्योंकि वो एक परमाणु संपन्न देश है”।
रूसी राजदूत ने जताया ऐतराज
वहीं अमेरिका में रूस विरोधी बयानबाजी पर रूस और अमेरिका में काफी तनाव है और रूसी दूत अनातोली एंटोनोव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, “अमेरिका में रूस विरोधी बयानबाजी बेतुकेपन की हद तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा ऐसी धारणा अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद जोखिम भरे होते जा रहे हैं।”
ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो पुतिन यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करते
शुक्रवार को जारी एक नए सर्वेक्षण के अनुसार, करीब दो तिहाई अमेरिकियों का मानना है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करते। हार्वर्ड सेंटर फॉर अमेरिकन पॉलिटिकल स्टडीज-हैरिस पोल सर्वेक्षण में करीब दो तिहाई अमेरिकियों ने जो बाइडेन की रणनीति पर सवाल उठाए हैं और सर्वे में शामिल 62 प्रतिशत अमेरिकियों का कहना है कि, अगर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते, तो वो व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में युद्ध अपराध नहीं करने देते।
यहाँ सबसे दिलचस्प बात यह है कि जो बाइडेन की अपनी ही डेमोक्रेटिक पार्टी के 39 प्रतिशत लोगों ने डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा जताया है, जबकि 85 प्रतिशत रिपब्लिकन्स ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप इस युद्ध को रोक सकते थे।
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