Monday, December 2, 2024
HomeखबरेंDiesel Vehicle Ban: पूरी तरह बैन हो सकते हैं डीजल वाहन, पेट्रोलियम...

Diesel Vehicle Ban: पूरी तरह बैन हो सकते हैं डीजल वाहन, पेट्रोलियम मंत्रालय के पैनल का सुझाव

Diesel Vehicle Ban: आज ग्रीन हाउस गैस पूरी दुनिया के लिए बड़ी मुसीबत बन रहा है। भारत भी इसके सबसे बड़े उत्सर्जकों में से एक है। इसको लेकर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक पैनल बनाया था। जिसने सुझाव दिया है कि भारत को 2027 तक डीजल से चलने वाले चार पहिया वाहनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। पैनल के अनुसार ग्रीन हाउस उत्सर्जन में कटौती के लिए दस लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों और प्रदूषित शहरों में इलेक्ट्रिक या गैस-ईंधन से चलने वाले वाहनों का इस्तेमाल करना चाहिए। पैनल ने साफ किया कि अगर भविष्य में ग्रीन हाउस गैस की चुनौती से निपटना है, तो अभी से उसकी तैयारी शुरू करनी होगी।

मंत्रालय की वेबसाइट पर पैनल की विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की गई है, जिसके अध्यक्ष पूर्व तेल सचिव तरुण कपूर है। रिपोर्ट में पैनल ने कहा कि सिटी ट्रांसपोर्ट के लिए डीजल बसें 2024 से नहीं जोड़ी जानी चाहिए। इसके अलावा सरकार को 31 मार्च से आगे के लिए ‘फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक एंड हाइब्रिड व्हीकल्स स्कीम’ (FAME) के तहत दिए गए प्रोत्साहन पर विचार करना चाहिए।

कार्गों के लिए CNG जैसी गैस से चलने वाले ट्रकों के उपयोग का सुझाव

इन सब के अलावा 2024 से केवल इलेक्ट्रिक शहरी वाहनों को ही इजाजत देनी चाहिए। वहीं कार्गों के लिए CNG जैसी गैस से चलने वाले ट्रकों के उपयोग का सुझाव दिया गया। पैनल ने रेलवे को भी डीजल इंजन बंद करने का सुझाव दिया है, हालांकि इस दिशा में पहले से ही काम चल रहा है। रेलवे के 2 से 3 साल में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होने की उम्मीद है।

यह भी पढ़ें: Sleep Divorce: स्‍लीप डिवोर्स क्या है? पति-पत्नी के बीच बढ़ रहा है इसका चलन

बायोफ्यूल भी वाहनों के लिए अच्छा विकल्प

इलेक्ट्रिक वाहनों के अलावा बायोफ्यूल भी वाहनों के लिए अच्छा विकल्प है। कई कंपनियों ने इससे जुड़े वाहन भी निकालना शुरू कर दिए। इसी वहज से पेट्रोलियम मंत्रालय के पैनल की रिपोर्ट में कई जगहों पर इसका जिक्र किया गया है।

सुझाव को मंजूरी देना केंद्रीय कैबिनेट का काम

फिलहाल पेट्रोलियम मंत्रालय के पैनल ने सिर्फ सुझाव दिया है। इसको मंजूरी देना केंद्रीय कैबिनेट का काम है। हालांकि मोदी सरकार कई अहम बैठकों में ग्रीन हाउस गैसों का मुद्दा उठा चुकी है। ऐसे में अगर इस सुझावों को मान लिया जाता है, तो कार निर्माण से जुड़ी कंपनियों को बड़ा झटका लगेगा।

राष्ट्रबंधु की नवीनतम अपडेट्स पाने के लिए हमारा Facebook पेज लाइक करें, WhatsAppYouTube पर हमें सब्सक्राइब करें, और अपने पसंदीदा आर्टिकल्स को शेयर करना न भूलें।

CHECK OUT LATEST SHOPPING DEALS & OFFERS

Rashtra Bandhu
Rashtra Bandhuhttps://www.rashtrabandhu.com
There are few freelance writers/ authors in the Rashtra Bandhu Team who make their articles available for publication on the portal.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular