Sunday, December 15, 2024
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उत्तर प्रदेश में बनेगा देश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को देश के पहले सोलर एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें पीपीपी (Public-Private Partnership) मॉडल के तहत सोलर प्लांट्स लगेंगे। जिससे 550 मेगावॉट सोलर पॉवर बनेगा। इस परियोजना से जुड़े करीब एक लाख घरों को रोजाना बिजली उपलब्ध होगी। बता दें कि यूपी में एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी यूपीआईडी (UPEIDA) बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) को सोलर एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित करने जा रही है।

एक्सप्रेस-वे में खाली जगह पर लगेंगे सोलर पैनल

सरकार बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को प्रदेश में सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सोलर एक्सप्रेसवे के रूप में डेवलप कर रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा इस परियोजना पर काम किया जा रहा है। सोलर की अनुमानित अवधि के अनुसार परियोजना की उम्र भी 25 वर्ष होगी। कंपनी के चयन को लेकर प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी है। पीपीपी (Public-Private Partnership) मॉडल के तहत सोलर प्लांट्स लगाए जाएंगे। इसके लिए एक्सप्रेसवे पर 1700 हेक्टेयर जमीन चिन्हित की जा चुकी है। एक्सप्रेसवे पर मुख्य मार्ग और सर्विस लेन के बीच में 15 से 20 मीटर चौड़ी पट्टी वाला क्षेत्र पूरे एक्सप्रेस-वे में खाली है, इसी पर सोलर पैनल लगाने की तैयारी की जा रही है। इस परियोजना में कई बड़ी कंपनियां दिलचस्पी ले रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आठ प्रमुख सोलर पॉवर डेवलपर्स ने अपना प्रेजेंटेशन पूरा कर लिया है। इसमें टास्को, टोरेंट पॉवर सोमाया सोलर सॉल्यूशन, आर मैनेजमेंट, एरियाश मोबिलिटी, एरिया वृंदावन पॉवर और अवाड़ा एनर्जी शामिल हैं।

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एक्सप्रेसवे पर सोलर प्लांट हेतु जमीन उपलब्ध

बता दें कि सोलर प्लांट एक्सप्रेसवे पर इसलिए लगाया जा रहा है क्योंकि वह पूरी तरीके से उपयुक्त और जमीन भी आसानी से उपलब्ध है। यहां का मौसम व शुष्क रहता है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के तत्वावधान में, 296 किमी लंबे चार-लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसे बाद में इसे छह लेन तक विस्तारित भी किया जा सकता है। एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड क्षेत्र को इटावा के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ता है। यह चित्रकूट जिले के भरतकूप के पास गोंडा गांव में NH-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव के पास तक फैला हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे में मिल जाता है। यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिलों से होकर गुजरता है।

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Arvind Maurya
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